ईशावास्यमिदं सर्वं यत्किञ्च जगत्यां जगत। तेन त्यक्तेन भुञ्जीथाः मा गृधः कस्यस्विद्धनम्।।

अर्थात: ऋषि मुनी कहते हैं तुम त्यागपुर्वक भोगो को भोगो । आवश्यकता से अधिक संग्रह मत करो। जो तुमने भोग लिया उसे दुसरो के लिये छोड़ दो...

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सामवेद की महत्ता

'वेदानां साम वेदोsस्मि' कहकर गीता उपदेशक ने सामवेद की गरीमा को प्रकट किया है। यो तो वेद के सभी मंत्र अनुभूतिजन्य ज्ञान के उदघोषक होन...

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अंग्रेजी नव वर्ष की शुभकामना

💥💥🚩🚩💥💥 अंग्रेजी नव वर्ष की शुभकामना 💥💥🚩🚩💥💥 💥💥💥💥🚩🚩💥💥💥💥 अंग्रेजी नव वर्ष की शुभकामना 💥💥💥💥🚩🚩💥💥💥💥 💥🚩राष्ट्रकवि रामधारीसिंह 'दिन...

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चारित्र्य और सफलता

सामान्यत: मनुष्य को प्राप्त सफलता ही समाज में उसका स्थान निश्चित करती है।जिसके पास विपुल धन है उसका मान रखा जाता है। वीरश्री युक्त लढवै...

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शांति पाठ

ॐ पूर्णमद:. पूर्णमिदं पूर्णात पूर्णमुदच्यते। पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते।। ॐ शांति: शांति: शांति: व्याख्या : वह स...

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ईशावास्योपनिषद्

अनेजदेकं मनसो जवीयो नैनद्येवा आप्नुवन् पूर्वमर्षत्। तद्धावतोsन्यानत्येति तिष्ठत्तस्मिन्नपो मातरिश्वा दधाति ।।४।। व्याख्या: वे ...

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भौतिक और आध्यात्मिक जगत

उर्ध्वमूलमध:शाखम्, अश्वत्थं प्राहुरव्ययम। छन्दांसि यस्य पर्णानि, यस्तं वेद स वेदवित्।। १ ।। (भगवद्गीता अध्याय १५) यहाँ पर भौति...

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दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएं दिपावली का दिपक

मुझे पता था ऐसा होगा कलियुग मे मानव अतिस्वार्थ से भरा होगा सिवा उसे खुदके परवाह न होगी किसीकी इसलिए संपूर्ण जीवन मेरा ...

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